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آمنہ اور اس کا شوہر علی ایک چھوٹے سے گاؤں میں ایک پرانے مکان میں منتقل ہوئے تھے۔ان دونوں کو معلوم نہیں تھا کہ ان کی زندگیوں میں آنے والا یہ نیا موڑ اتنا خوفناک بھی ثابت ہو سکتا ہے۔ گاؤں کا ماحول پر سکون تھا، مگر کچھ عجیب و غریب باتیں تھیں جو جلد ہی آمنہ کے لیے ایک ڈراؤنا خواب بننے والی تھیں۔
علی کی نوکری کا تقاضا تھا کہ وہ زیادہ وقت گھر سے دور گزارتا، اور یوں آمنہ زیادہ تر دن اکیلی رہتی۔ گاؤں کے لوگوں نے بھی ان کے بارے میں کوئی خاص گرمجوشی نہیں دکھائی۔ ایک دن، جب آمنہ بازار سے کچھ سامان لینے گئی، تو اسے ایک بوڑھی عورت نے راستہ روکا اور کہا، “بیٹی، تم نئے آئی ہو؟”
Stories in Urdu Hindi Horror,Horror Story آمنہ نے مسکرا کر کہا، “جی، ہم چند دن پہلے ہی یہاں شفٹ ہوئے ہیں۔”
بوڑھی عورت نے پریشانی سے آمنہ کو دیکھا اور کہا، “سنو، رات کے وقت اس اندھیری گلی میں مت جانا۔ اس گلی کا سایہ بہت بھاری ہے، اور جو بھی رات میں یہاں گیا، واپس نہیں آیا۔”
آمنہ کو بوڑھی عورت کی باتوں پر ہنسی آئی، مگر اس کے اندر کہیں نہ کہیں ایک عجیب سا خوف پیدا ہو گیا۔ اس رات جب علی گھر پر نہ تھا، آمنہ نے سوچا کہ وہ کھڑکی سے اس اندھیری گلی کی طرف دیکھے گی۔
HorrorStoryپہلی رات کا خوفناک تجربہ:
رات کے اندھیرے میں جب آمنہ نے کھڑکی سے باہر جھانکا، تو اسے ایک سایہ سا گلی میں حرکت کرتا دکھائی دیا۔ سایہ بالکل بے آواز تھا، اور جیسے جیسے وہ قریب ہوتا گیا، آمنہ کے دل کی دھڑکن تیز ہوتی گئی۔ اس نے محسوس کیا کہ جیسے سایہ سیدھا اس کی طرف بڑھ رہا ہو۔ خوف سے اس نے جلدی سے کھڑکی بند کی اور اپنی آنکھیں زور سے میچ لیں۔
پرانی ڈائری کا انکشاف:
اگلے دن، جب آمنہ صفائی کر رہی تھی، تو اسے ایک پرانی ڈائری ملی جو شاید گھر کے پچھلے مکینوں میں سے کسی کی تھی۔ ڈائری کا کور بہت خستہ حال تھا اور دھول میں لپٹا ہوا تھا۔ جب اس نے ڈائری کھولی تو پہلا صفحہ پڑھتے ہی اس کے جسم میں سرد سی لہر دوڑ گئی۔ ڈائری کا مالک ایک خاتون “فاطمہ” تھی، جس نے اس اندھیری گلی میں رات کے وقت کچھ پراسرار چیزیں دیکھی تھیں۔ فاطمہ نے لکھا تھا کہ اس گلی میں ایک کالا سایہ ہے جو لوگوں کو اپنے جال میں پھنسا لیتا ہے۔
خوفناک واقعات کا آغاز:
اس ڈائری کے ملنے کے بعد سے آمنہ کے ساتھ عجیب و غریب واقعات شروع ہو گئے۔ رات کے وقت اس کے کمرے کی بتیاں خود بخود بند اور روشن ہونے لگیں، کبھی کھڑکیاں خودبخود کھل جاتیں، اور کبھی اس کے بستر کے نیچے سے سرگوشیاں سنائی دیتیں۔ ایک رات، جب آمنہ اپنے بستر پر لیٹی تھی، تو اس نے محسوس کیا کہ کسی نے اس کا بازو پکڑا ہوا ہے۔ مگر کمرے میں اور کوئی نہیں تھا۔ خوف سے آمنہ کی چیخ نکل گئی اور وہ جلدی سے اپنے بستر سے اٹھی۔
ڈائری کے راز کی تہہ تک پہنچنے کا فیصلہ:
آمنہ کو اب احساس ہو چکا تھا کہ یہ معمولی بات نہیں ہے۔ اس نے ڈائری کو غور سے پڑھنا شروع کیا۔ ایک جگہ فاطمہ نے لکھا تھا کہ اس گلی میں ایک عورت کی روح بھٹک رہی ہے جو اپنی زندگی میں ظلم و زیادتی کا شکار ہوئی تھی۔ اس کی روح کو چین نہیں اور وہ رات کے وقت زندہ لوگوں کو نقصان پہنچاتی ہے۔ آمنہ نے دل میں فیصلہ کیا کہ وہ اس گلی کے راز کی تہہ تک پہنچے گی، چاہے اس کے لیے اسے اپنی جان کا خطرہ ہی کیوں نہ مول لینا پڑے۔
گاؤں کے لوگوں سے گفتگو:
اگلے دن آمنہ نے گاؤں کے کچھ بزرگ لوگوں سے بات کرنے کا ارادہ کیا تاکہ اس گلی کے بارے میں کچھ اور جان سکے۔ ایک بزرگ نے بتایا کہ اس گلی میں برسوں پہلے ایک جوان لڑکی “شہزادی” کو مار دیا گیا تھا۔ کہا جاتا ہے کہ اس کا عاشق بے وفا نکلا اور اسے دھوکا دے کر چھوڑ گیا۔ جب گاؤں والوں نے اس کی لاش دیکھی تو اس کے چہرے پر شدید غم اور بدلے کی جلن تھی۔ اس دن کے بعد سے رات کو اس گلی میں ایک خوفناک سایہ دیکھا گیا ہے۔
اندھیری گلی میں جانے کا فیصلہ:
آمنہ نے ہمت کرکے فیصلہ کیا کہ وہ اس گلی میں رات کے وقت جائے گی اور فاطمہ کی ڈائری میں بتائے گئے طریقے سے روح کو سکون پہنچانے کی کوشش کرے گی۔ اس نے ضروری چیزیں اکٹھی کیں، جن میں کچھ خاص قسم کی جڑی بوٹیاں، اگربتیاں، اور ایک مخصوص منت شامل تھی جو اس کی ڈائری میں لکھی ہوئی تھی۔
خوفناک رات اور سائے کا سامنا:
آدھی رات کا وقت تھا، ہر طرف خاموشی چھائی ہوئی تھی۔ آمنہ نے دل مضبوط کیا اور گلی کی طرف بڑھنے لگی۔ جیسے ہی وہ گلی کے اندر پہنچی، اس نے محسوس کیا کہ ہوا میں ایک سردی سی چھا گئی ہے اور درختوں کی شاخیں جیسے اس کا راستہ روکنے کے لیے بڑھنے لگیں۔ آمنہ نے منت کے الفاظ دہرانا شروع کیے، مگر اسی وقت اسے ایک بھیانک قہقہہ سنائی دیا۔ یہ کالا سایہ تھا، جو اس کے قریب آ رہا تھا۔ سائے کی آنکھوں میں ایک خون کی سی سرخی تھی اور وہ اس کی طرف ہاتھ بڑھا رہا تھا۔
آمنہ نے جلدی سے منت کے الفاظ پورے کیے اور اگربتی کو جلا دیا۔ سائے نے ایک چیخ ماری اور غائب ہوگیا۔ آمنہ کا دل زور زور سے دھڑک رہا تھا، مگر وہ اپنی ہمت کو برقرار رکھتے ہوئے وہاں سے نکل آئی۔
آخری انکشاف:
گاؤں والوں کو آمنہ کی اس بہادری کی خبر ہوئی تو انہوں نے اسے سراہا اور بتایا کہ اس کی کوششوں سے شاید اس روح کو سکون مل گیا ہو۔ مگر یہ گلی اب بھی سنسان اور پراسرار تھی۔ اس کے بعد سے کوئی اور اس گلی میں نہیں گیا، مگر لوگوں کا کہنا تھا کہ رات کے وقت کبھی کبھی ایک سایہ وہاں اب بھی دکھائی دیتا ہے جیسے وہ دوبارہ کسی کی منتظر ہو۔
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आमना और उसका पति अली एक छोटे से गांव में एक पुराने मकान में रहने के लिए आ गए थे। दोनों को नहीं पता था कि उनकी जिंदगी का ये नया मोड़ इतना खौफनाक भी हो सकता है। गांव का माहौल शांत था, मगर कुछ अजीबोगरीब बातें थीं जो जल्दी ही आमना के लिए एक डरावने सपने में बदलने वाली थीं।
अली को अपनी नौकरी के कारण ज्यादातर वक्त घर से बाहर रहना पड़ता था। इसलिए आमना को अक्सर अकेले रहना पड़ता था। गांव के लोगों ने भी उनके प्रति ज्यादा गर्मजोशी नहीं दिखाई। एक दिन, जब आमना बाज़ार से कुछ सामान लेने गई, तो एक बूढ़ी औरत ने उसका रास्ता रोक लिया और पूछा, “बेटी, तुम नई हो क्या?”
आमना मुस्कुराई। उसने कहा, “जी। हम कुछ दिन पहले ही यहां आए हैं।” Want to Read More Horror Stories Subscribe ilmikhazana.com
बूढ़ी औरत ने चिंतित नज़रों से आमना को देखा और कहा, “सुनो, रात के वक्त उस अंधेरी गली में मत जाना। उस गली का साया बहुत भारी है, और जो भी वहां गया है, वापस नहीं आया।”
आमना को बूढ़ी औरत की बातों पर हंसी आ गई, लेकिन उसके अंदर कहीं एक अजीब सा डर भी बैठ गया। उस रात, जब अली घर पर नहीं था, आमना ने सोचा कि वह खिड़की से उस अंधेरी गली की तरफ देखेगी।
रात के अंधेरे में जब आमना ने खिड़की से बाहर झांका, तो उसे गली में एक साया सा चलता दिखाई दिया। साया बिलकुल बेआवाज़ था, और जैसे-जैसे वह करीब आता गया, आमना के दिल की धड़कन तेज़ होती गई। उसे ऐसा महसूस हुआ जैसे साया सीधे उसी की तरफ बढ़ रहा हो। डर के मारे उसने जल्दी से खिड़की बंद कर ली और आंखें जोर से बंद कर लीं।
अगले दिन, जब आमना सफाई कर रही थी, तो उसे एक पुरानी डायरी मिली जो शायद घर के पिछले मालिकों में से किसी की थी। डायरी का कवर बहुत ही जर्जर था और धूल में लिपटा हुआ था। जब उसने डायरी खोली, तो पहला पन्ना पढ़ते ही उसके शरीर में एक ठंडी सी लहर दौड़ गई। डायरी की मालकिन का नाम “फातिमा” था, जिसने उस अंधेरी गली में रात के वक्त कुछ रहस्यमयी चीज़ें देखी थीं। फातिमा ने लिखा था कि उस गली में एक काला साया है जो लोगों को अपने जाल में फंसा लेता है।
डायरी मिलने के बाद आमना के साथ अजीबोगरीब घटनाएं शुरू हो गईं। रात को उसके कमरे की बत्तियां खुद-ब-खुद बंद और चालू होने लगीं, कभी खिड़कियां अपने आप खुल जातीं, और कभी बिस्तर के नीचे से किसी की फुसफुसाहटें सुनाई देने लगतीं। एक रात, जब आमना अपने बिस्तर पर लेटी हुई थी, तो उसे लगा कि किसी ने उसका हाथ पकड़ा हुआ है। मगर कमरे में और कोई नहीं था। डर के मारे आमना की चीख निकल गई और वह जल्दी से अपने बिस्तर से उठ खड़ी हुई।
अब आमना को एहसास हो चुका था कि यह कोई मामूली बात नहीं है। उसने डायरी को ध्यान से पढ़ना शुरू किया। एक जगह फातिमा ने लिखा था कि उस गली में एक औरत की आत्मा भटक रही है जो अपने जीवन में अत्याचार का शिकार हुई थी। उसकी आत्मा को शांति नहीं मिली है और वह रात में लोगों को नुकसान पहुंचाती है। आमना ने मन में ठान लिया कि वह इस गली के रहस्य को जरूर सुलझाएगी, चाहे इसके लिए उसे अपनी जान का जोखिम ही क्यों न उठाना पड़े।
अगले दिन आमना ने गांव के कुछ बुजुर्गों से बात करने का निश्चय किया ताकि उस गली के बारे में और कुछ पता चल सके। एक बुजुर्ग ने बताया कि उस गली में कई साल पहले एक जवान लड़की “शहजादी” की हत्या कर दी गई थी। कहते हैं कि उसका प्रेमी बेवफा निकला और उसे धोखा देकर छोड़ गया। जब गांव वालों ने उसकी लाश देखी, तो उसके चेहरे पर गहरा दुख और बदले की जलन थी। उस दिन के बाद से रात में उस गली में एक खौफनाक साया देखा गया है।
आमना ने हिम्मत जुटाकर यह तय किया कि वह उस गली में रात को जाएगी और फातिमा की डायरी में बताए गए तरीके से आत्मा को शांति पहुंचाने की कोशिश करेगी। उसने जरूरी चीजें इकट्ठी कीं, जिनमें कुछ खास जड़ी-बूटियां, अगरबत्तियां, और एक विशेष मंत्र शामिल था जो डायरी में लिखा हुआ था।
आधी रात का समय था, हर तरफ सन्नाटा था। आमना ने दिल मजबूत किया और गली की ओर बढ़ने लगी। जैसे ही वह गली में पहुंची, उसे ऐसा महसूस हुआ कि हवा में एक ठंडक सी छा गई है और पेड़ों की टहनियां जैसे उसके रास्ते को रोकने के लिए बढ़ने लगीं। आमना ने मंत्र के शब्द दोहराने शुरू किए, मगर उसी समय उसे एक भयानक ठहाका सुनाई दिया। यह काला साया था, जो उसकी तरफ बढ़ रहा था। साये की आंखों में खून की सी लालिमा थी और वह उसकी ओर हाथ बढ़ा रहा था।
आमना ने जल्दी से मंत्र के शब्द पूरे किए और अगरबत्ती जला दी। साये ने एक जोर की चीख मारी और गायब हो गया। आमना का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था, मगर उसने अपनी हिम्मत बनाए रखी और वहां से निकल आई।
गांव वालों को आमना की इस बहादुरी की खबर हुई तो उन्होंने उसकी तारीफ की और बताया कि उसकी कोशिशों से शायद उस आत्मा को शांति मिल गई हो। मगर गली अब भी सुनसान और रहस्यमयी थी। उसके बाद से कोई और उस गली में नहीं गया, मगर लोगों का कहना था कि रात के वक्त कभी-कभी एक साया वहां अब भी दिखाई देता है, जैसे वह किसी का इंतजार कर रहा हो। More heart touching stories